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बड़ी मुसीबत में घिरे केजरीवाल, बेंगलुरु से लौटते ही विपक्ष करेगा हमलों से स्वागत…

बेंगलुरु के नेचरोपैथी सेंटर में 10 दिनों तक इलाज के लिए गए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक-दो दिनों में वापस दिल्ली आने वाले हैं। वहीं, बीमारी से ठीक होकर लौटने वाले आम आदमी पार्टी (AAP) मुखिया अरविंद केजरीवाल के लिए दिल्ली का राजनीतिक स्वास्थ्य अगले कुछ दिनों तक उनके लिए लाभदायक नहीं रहने वाला है। मुख्य सचिव अंशु प्रकाश पिटाई मामला, मानसून के बीच नालों की अधूरी सफाई व संसदीय सचिव मामले में चुनाव आयोग में सुनवाई के अलावा विपक्ष भी केजरीवाल को निशाने पर लेने के लिए तैयार है। 

अंशु प्रकाश पिटाई मामले में मुश्किल में घिरे केजरीवाल

इसी साल 19 फरवरी को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश की पिटाई का मामला चरम पर है। इस मामले में दिल्ली पुलिस सबूत जुटाने के बाद कोर्ट में चार्जशीट दायर करने की तैयारी में है। माना जा रहा है कि मुख्य सचिव की पिटाई के मामले में न केवल आम आदमी पार्टी के दर्जनभर विधायक आरोपी होंगे, बल्कि इस केस में अरविंद केजरीवाल के साथ उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को भी आरोपी बनाने की तैयारी है। इसमें अगर दोष साबित हुए तो एक से तीन साल तक सजा भी हो सकती है।

विपक्ष ने बनाई हमले की रणनीति

उपराज्यपाल आवास पर नौ दिन के धरने पर बैठने और धरना खत्म कर अरविंद केजीरवाल के बेंगलुरु अपने शुगर के इलाज के लिए रवाना होने से विपक्ष खासा खफा है। विपक्ष खासकर भारतीय जनता पार्टी ने मुख्य मुद्दा बनाते हुए केजरीवाल को घेरा भी था। भाजपा ने कहा था कि जब पूरी दिल्ली पानी किल्लत से जूझ रही है, ऐसे में केजरीवाल बेंगलुरु इलाज के लिए जा रहे हैं। इतना ही नहीं, भाजपा ने यह भी आरोप लगाया था कि पिछले तीन साल से सत्ता में बैठी AAP सरकार अपने अस्पतालों को इस लायक भी नहीं बना पाई कि उनमें शुगर का इलाज संभव हो सके। सूत्रों के मुताबिक, बेंगलुरु से लौटते ही अरविंद केजरीवाल को घेरने की रणनीति भाजपा ने बना ली है।

भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता ने साधा था निशाना

केजरीवाल के बेंगलुरु इलाज के लिए जाने के विरोध में दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता सबसे ज्यादा मुखर हुए थे। उन्होंने कहा था केजरीवाल के धरना खत्म करने के पीछे की रणनीति अब सबके सामने आ चुकी है और इसी छुट्टी पर जाने के लिए केजरीवाल ने धरना खत्म किया था। विजेंद्र गुप्ता ने आरोप लगाया था कि छुट्टी पर जाने के लिए धरने पर से उठना ज़रूरी था और केजरीवाल ने यही किया भी। विजेंद्र गुप्ता ने  केजरीवाल की छुट्टी को दिल्ली की जनता के साथ विश्वासघात बताया था। 

मानसून दिल्ली पहुंचा, केजरीवाल कहां हैं?

बेंगलुरु शुगर के इलाज के लिए गए केजरीवाल पर लोग तंज कस रहे हैं कि लंबे इंतजार के बाद मानसून भी दिल्ली पहुंच गया है, लेकिन केजरीवाल नहीं। दरअसल, पिछले दो दिन से दिल्ली में मानसून की बारिश हो रही है। पिछले दिनों नालों की सफाई की जो रिपोर्ट सौंपी गई है उसके अनुसार अब तक 22 फीसद नालों की ही सफाई हो सकी है। ऐसे में हर साल की भांति इस बार भी दिल्ली के लोगों को चप्पू चाल के लिए मजबूर होना पड़ेगा। अगर मुंबई की तरह झमाझम बारिश हुई तो दिल्ली जलभराव से डूबेगी और राहगीर जाम में फंसे रहेंगे। 

78 फीसद नालों की नहीं हुई सफाई, भाजपा ने बोला दिल्ली सरकार पर हमला

एक-दो दिनों में मानसून की बारिश शुरू होने की संभावना जताई जा रही है, लेकिन अब तक दिल्ली के नालों की सफाई नहीं हुई है। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के आंकड़ें भी बता रहे हैं कि 78 फीसद नालों की सफाई का काम पूरा नहीं हुआ है। इस स्थिति में बारिश होने पर दिल्लीवासियों के लिए घर से निकलना मुश्किल हो जाएगा। इसे लेकर भाजपा ने दिल्ली सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। दिल्ली प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने मुख्यमंत्री केजरीवाल को पत्र लिखकर बेंगलुरु से दिल्ली लौटकर नालों की सफाई कराने की अपील की है।

एलजी आवास पर धरने के दौरान हुई थी तबीयत खराब

गौरतलब है कि 21 जून को अरविंद केजरीवाल दस दिन की प्राकृतिक चिकित्सा के लिए बेंगलुरु रवाना हुए थे। उप राज्यपाल के कार्यालय पर नौ दिन के धरने के बाद केजरीवाल की तबीयत ठीक नहीं थी। प्रदर्शन के दौरान उनके शुगर का स्तर बढ़ गया था और उन पर इंसुलिन लेने का भी कोई असर नहीं हो रहा था। ऐसे में केजरीवाल इलाज के लिए फिलहाल बेंगलुरु में हैं, लेकिन सोमवार तक उनके दिल्ली लौटने की उम्मीद है। 

गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल इससे पहले भी खांसी और शुगर की समस्या के लिए बेंगलुरु में प्राकृतिक चिकित्सा से उपचार करा चुके हैं। जनवरी 2015 अरविंद केजरीवाल ने खांसी की समस्या से उबरने के लिए 12 दिनों के प्राकृतिक चिकित्सा उपचार के लिए बेंगलुरू में इलाज करवाया था। इसके बाद जनवरी 2016 में केजरीवाल 10 दिनों के इलाज के लिए बेंगलुरु में प्राकृतिक चिकित्सा के लिए पहुंचे थे। फिर फरवरी 2017 को प्राकृतिक चिकित्सा के लिए केजरीवाल ने 16 दिन बेंगलुरु में बिताए थे। इसके बाद सितंबर 2017 को अरविंद केजरीवाल महाराष्ट्र के इगतपुरी में 10 दिवसीय विपश्यना ध्यान शिविर में हिस्सा ले चुके हैं। 

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