पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने प्रदेश सरकार पर अलगाववाद और क्षेत्रवाद की राजनीति करने की तोहमत मढ़ी है। कुंजवाल ने कहा है कि मुख्यमंत्री द्वारा विधानसभाओं की विभागीय समीक्षा पर जो बयान दिया है वह काफी चिंताजनक और लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।
अल्मोड़ा में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कुंजवाल ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत 7 से 28 जुलाई तक विधानसभाओं की विभागीय समीक्षा करने जा रहे हैं। जिसमें उन्होंने सिर्फ भाजपा सीटों वाली विधानसभाओं की समीक्षा का निर्णय लिया है।
जबकि, कांग्रेस विधायकों वाली विधानसभाओं की समीक्षा ना करने का उन्होंने बयान दिया है। कुंजवाल ने कहा है कि मुख्यमंत्री का यह बयान लोकतंत्र के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने कहा है कि कांग्रेस सीट वाली विधानसभाओं में जनप्रतिनिधि जनता से चुनकर आए हैं। ऐसे में लगता है कि मुख्यमंत्री द्वेष की भावना से काम कर रहे हैं।
कुंजवाल ने प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि भाजपा को लोकतंत्र पर विश्वास नहीं रह गया है। भाजपा प्रदेश में अलगाववाद, क्षेत्रवाद और जातिवाद फैलाने का प्रयास कर रही है और इसी आधार पर वह चुनाव भी लड़ती है। कुंजवाल ने कहा है कि मुख्यमंत्री को चाहिए कि वह प्रदेश की सभी विधानसभाओं की समीक्षा करें और विकास कार्यो को गति देने का काम करें।