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गुस्साई महिलाओं ने फेंका कीचड़, उल्टे पैर भागे विधायक; सोशल मीडिया पर वायरल

भारी बरसात के चलते बुधवार को हुए नुकसान का लगभग 58 घंटे बाद जायजा लेने आए राजपुर के भाजपा विधायक खजानदास को आक्रोशित भीड़ ने खदेड़ दिया। महिलाओं ने विधायक पर कीचड़ फेंका और धक्का-मुक्की की। भीड़ के बीच से हाथापाई का प्रयास भी हुआ। विधायक के गनर बीच-बचाव के लिए आए तो उनसे भी धक्का-मुक्की हुई। भीड़ ने उन्हें भी धकिया दिया। भीड़ के तेवर देख विधायक व उनके समर्थकों को उल्टे पांव लौटना पड़ा। भीड़ ने विधायक निधि से क्षेत्र में कराए गए विकास कार्यों के साइन बोर्ड भी तोड़ डाले। भाजपा विधायक ने इसे कांग्रेस की साजिश बताया। आरोप लगाया कि पूर्व विधायक राजकुमार के इशारे पर उनके साथ ऐसा व्यवहार किया गया। हालांकि, विधायक खजानदास ने इस मामले में पुलिस कार्रवाई से इन्कार किया है।  

घटना शुक्रवार दोपहर तकरीबन तीन बजे राजपुर विधानसभा क्षेत्र के डालनवाला की है। यहां इंदर रोड पर तीन दिन पहले अतिवृष्टि के चलते कई लोगों घरों में पानी भर गया था। यहां रिस्पना के उफान में बहने से दो लोगों की मौत भी हो गई थी। शुक्रवार को क्षेत्रीय विधायक खजानदास पार्टी के कुछ अन्य नेताओं के साथ क्षेत्र में बारिश से हुए नुकसान का जायजा लेने पहुंचे। विधायक ने लोगों की समस्या सुनीं और प्रभावित परिवारों को फौरी तौर पर दो से तीन हजार रुपये की धनराशि के चेक भी बांटे।

इसी बीच सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके की महिलाओं ने विधायक को घेर लिया और खरी-खरी सुनाई। महिलाओं की नाराजगी थी कि तीन दिन से उनके रहने-सोने और खाने-पीने का ठिकाना नहीं है। बच्चे भूख से बिलख रहे हैं, घर का सारा सामान बरसात में बह गया और विधायक को अब उनकी याद आई है। कुछ लोगों ने विधायक के लोगों ने विधायक की ओर से दिए जा रहे चेक भी विधायक पर फेंक दिए। विवाद इतना बढ़ गया कि गुस्से में भीड़ ने विधायक व भाजपा नेताओं पर कीचड़ फेंकना शुरू कर दिया। कीचड़ के गोले बनाकर विधायक पर फेंके और उन्हें दौड़ा दिया। लोगों ने विधायक व सरकार के विरोध में नारेबाजी भी की। 

सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल

विधायक पर कीचड़ उछालने, धकियाने और दौड़ाने का फोटो घटना के कुछ वक्त बाद सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जनता के तरह-तरह के कमेंट आने लगे। ज्यादातर लोगों ने विधायक को खरीखोटी सुनाते हुए कमेंट लिखा कि उस वक्त क्यों नहीं गए, जब लोग जलभराव से जूझ रहे थे। गलियों में कीचड़ भरा हुआ था और घर से निकलना मुश्किल था। 

विधायक खजानदास का कहना है कि घटना कांग्रेस की पूर्व नियोजित साजिश थी। मैं एक-एक घर जाकर मिला। जनता को तत्काल सहायता राशि के चेक भी दिए लेकिन किसी ने तब विरोध नहीं किया। मैं जब लौटने लगा तब पूर्व कांग्रेसी विधायक राजकुमार ने अपने कुछ लोगों के संग हमें घेर लिया। राजकुमार ने भीड़ को उकसाया और लोगों ने हम पर हमला कर दिया। मेरे गनर से हाथापाई की, मुझसे धक्का मुक्की की गई। भीड़ के आक्रोश को देखकर हम लोगों ने वहां से निकलकर बामुश्किल खुद को सुरक्षित किया। चूंकि, जनता मेरे क्षेत्र की है, इसलिए मैं कोई भी पुलिस कार्रवाई नहीं करना चाहता।

राजपुर के पूर्व विधायक राजकुमार का कहना है कि बरसात में दो लोग मर गए, चार-पांच हजार घर जलभराव से बर्बाद हो गए और सरकार का कोई नुमाइंदा तीन दिन से यहां हाल जानने नहीं पहुंचा। सरकार-प्रशासन से कोई राहत अब तक नहीं मिली। जनता इस वजह से आक्रोशित है। घरों का सारा सामान बह गया। पांच से सात लाख रुपये तक का नुकसान हुआ और विधायक तीन दिन बाद दो-तीन हजार रुपये के चेक देने आ गए। मेरी क्या साजिश होगी। मैं पूर्व विधायक हूं और तीन दिन से चौबीस घंटे प्रभावितों के बीच हूं। उनकी मदद कर रहा और लंगर तक लगाया हुआ। खजानदास ने तो मरने वालों के परिवार तक का हाल नहीं जाना।

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