कौन थे पत्रकार जे डे,जानें क्यों हुई थी हत्या
जे. डे. टैबलॉयड न्यूजपेपर ‘मिड-डे’ में वरिष्ठ अपराध संवाददाता थे. वह अपनी खोजी पत्रकारिता के लिए चर्चित थे. खासकर अंडरवर्ल्ड से जुड़ी उनकी तमाम खबरें चर्चा का विषय बनी थीं और उन्होंने तमाम खुलासे किए थे. 11 जून 2011 को मुंबई के पवई इलाके में दिन दहाड़े जे. डे. की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. आइये जानते हैं इस मामले से जुड़े 5 अहम घटनाक्रम.
1- अंडरवर्ल्ड की स्याह दुनिया पर किताब लिखना पड़ा भारी :
मामले की जांच के दौरान एक और अहम घटना सामने आई. सीबीआई ने दावा किया था कि, जे. डे. अंडरवर्ल्ड की स्याह दुनिया पर एक किताब लिख रहे थे. जिसमें राजन को ‘चिंदी’ जैसा बताने और दाउद इब्राहिम को मुंबई का असली डॉन लिखने की चर्चा थी. इससे छोटा राजन बौखला गया था.
2- छोटा राजन के खिलाफ लिखना पड़ा भारी :
जे. डे. हत्याकांड की सुनवाई करीब 7 वर्षों तक चली. सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष ने कहा था कि, जे. डे. लगातार छोटा राजन के खिलाफ लिख रहे थे और उसके काले कारनामों को उजागर रहे थे. इस बात को लेकर छोटा राजन ने जे. डे. की हत्या करवा दी. अभियोजन पक्ष का यह भी कहना था कि, जे. डे. मोस्ट वॉन्टेड अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम की प्रशंसा करते थे, जो छोटा राजन को खराब लगत लगता था. हत्याकांड में तेल माफियाओं का नाम भी सामने आया था.
3- पहले धमकी, फिर अपराध कबूला :
जे. डे. हत्याकांड में छोटा राजन का नाम आने के बाद उसके उपर कई न्यूज चैनलों को फोन कर धमकाने का भी आरोप लगा. पहले वह कह रहा था कि, वह जे. डे. को सिर्फ धमकाना चाहता था, न कि उसकी हत्या करवाना चाह रहा था. बाद में उसने अपने गुनाह कबूले थे.
4- 155 गवाहों के बूते मिली सजा :
जे. डे. हत्याकांड में करीब 7 वर्षों की सुनवाई के बाद अंतत: छोटा राजन को दोषी करार दे दिया गया है. ट्रायल के दौरान सरकारी वकील ने कुल 155 गवाह पेश किए थे. तो दूसरी तरफ अभियोजन पक्ष की तरफ से भी तमाम साक्ष्य पेश किए. जिसकी बदौलत मामला परिणति तक पहुंचा.