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राहुल को विपक्ष का पीएम कैंडिडेट नहीं मानते तेजस्वी, कांग्रेस बोली- मंजूर नहीं ये बात

बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तथा राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने अभी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को प्रधानमंत्री (पीएम) पद का उम्मीदवार मानने से इनकार कर दिया है। उन्‍होंने कहा है कि विपक्ष जिसे अपना पीएम उम्मीदवार मानेगा, हम उसका समर्थन करेंगे और साथ देंगे। जो संविधान बचाएगा, उसे हमारा समर्थन रहेगा। वे राहुल भी हो सकते हैं।  
उधर, कांग्रेस राहुल की पीएम पद की उम्मीदवारी से कोई समझौता करने के मूड में नहीं है। कांग्रेस नेता सदानंद सिंह ने कहा है कि राहुल ही पीएम उम्मीदवार होंगे, जिसे साथ आना हो आए या जाए। 

फिलहाल मुद्दा नहीं प्रत्‍याशी 
तेजस्‍वी यादव ने कहा कि अभी प्रधानमंत्री प्रत्‍याशी कोई मुद्दा नहीं है। देश में और भी कइ बड़े मुद्दे हैं। राहुल गांधी के प्रधानमंत्री प्रत्‍याशी बनने के संबंध में सवाल पर उन्‍होंने कहा कि फिलहाल इसपर कुछ नहीं कहा जा सकता। महागठबंघन में और भी कई चेहरे हैं। विपक्ष जिसे उम्‍मीदवार बना देगा, वे उसका समर्थन करेंगे।

राहुल ही होंगे पीएम उम्मीदवार: सदानंद
इस बीच बिहार कांग्रेस विधायक दल के नेता सदानंद सिंह ने कहा है कि अगले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी पीएम पद के उम्मीदवार होंगे। यही कांग्रेस का फैसला है। अब जिसे साथ आना हो आए। इससे कोई समझौता नहीं होगा। अपने आवास पर विधायक दल की बैठक के बाद सदानंद सिंह मीडिया से बात कर रहे थे। 

कांग्रेस विधायक दल की बैठक में इन मुद्दों पर हुई चर्चा
इससे पहले विधायक दल की बैठक में बिहार में सूखे की स्थिति, किसानों को उनकी फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिलने, गिरती कानून व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा हुई। फैसला हुआ कि इन मुद्दों पर कांग्रेस सदन के अंदर और जरूरत पडऩे पर सड़क पर भी सरकार की घेराबंदी करेगी। 

बैठक में प्रदेश की गिरती विधि-व्यवस्था के मसले पर सदन में कार्य स्थगन प्रस्ताव लाने पर भी सहमति बनी। सदानंद सिंह ने कहा कि बिहार में उर्दू को दूसरी राजभाषा का दर्जा प्राप्त है। इस भाषा के पक्ष में भी सदन में आवाज बुलंद की जाएगी। इसके साथ ही विद्युतीकरण के नाम पर गांव की जनता के साथ हो रहे छल, ओडीएफ गांवों को उनका हक दिलाने और छात्रों की समस्याओं को सदन और जनता की अदालत में उठाने के मसले पर भी सहमति बनाई गई।
बैठक को संबोधित करते हुए बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि प्रदेश की जनता ने महागठबंधन को अपना जनादेश दिया था। भाजपा ने जोड़-तोड़ कर सत्ता में अपनी जगह बनाई है। भाजपा ने बिहार के जनमत को लूटा है। यह संदेश बिहार के गांव-गांव तक जाना चाहिए। इस दौरान गोहिल ने पार्टी के विधायकों और विधान पार्षदों से संगठन की मजबूती के लिए युद्धस्तर पर काम करने की अपील की। 

भरोसे के काबिल नहीं नीतीश 
उधर, महडिया से रूबरू तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जुबानी हमला करते हुए कहा कि नीतीश कुमार भरोसे के काबिल नहीं हैं। वह पलटी मारने में माहिर हैं। शराबबंदी कानून में संशोधन के मसले पर भी तेजस्वी ने मुख्यमंत्री पर तंज कसा। कहा, विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने न तो किसी अधिकारी के जेल जाने की सूचना दी और न ही शराब की होम डिलीवरी नहीं होने की गारंटी दी। मुख्यमंत्री ने शराब का ब्लैक मार्केट स्थापित कर दिया। लोग 50 हजार की जगह अब पांच हजार देकर निकल जाएंगे।

तंज कसा: विधानसभा में लगाए ब्रेथ एनलाइजर

शराबबंदी जिस उद्देश्य से हुआ लागू हुआ वह पूरा नही हुआ। शराबबंदी के नाम पर बिहार में माफियाराज हो गया। शराबबंदी कानून में संशोधन से भ्रष्टाचार और बढ़ेगा। इस संशोधन के बाद भी शराब मिलता रहेगा। गरीबों की मुसीबत बढ़ेगी। सरकार ने संशोधन में अमीरों को डिस्काउंट दे दिया है। उन्होंने कहा कि विधानसभा में जांच के लिए ब्रेथएनलाइजर लगाएं, पता चल जायेगा कि शराबबंदी कैसी है?

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