छुट्टी पर घर आया था सीआरपीएफ जवान, आतंकियों ने जवान को मार डाला
कश्मीर में आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर हमले तेज कर दिए हैं। रविवार देर शाम पुलवामा में आतंकियों ने छुट्टी पर आए सीआरपीएफ जवान को उसके घर में घुसकर गोलियों की बौछार कर मार डाला। इसके बाद आतंकी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए।
किसी आतंकी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। सुरक्षाबलों ने पूरे क्षेत्र को घेरकर आतंकियों की तलाश शुरू कर दी है। देर रात तक कई जगहों पर दबिश दी गई।यह घटना दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के नायरा क्षेत्र की है। देर शाम तीन से चार आतंकी जवान नसीर अहमद राथर के घर में जबरन घुस गए। उन्होंने परिवार के सामने ही नसीर पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं।
नसीर 182 बटालियन में तैनात था। खून में लथपथ जवान को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया। घटना की जानकारी मिलते ही सुरक्षाबल मौके पर पहुंच गए। क्षेत्र में अंधेरा होने के बावजूद आतंकियों के खिलाफ अभियान जारी है।
पिछले कुछ समय से आतंकवादी स्थानीय जवानों को निशाना बना रहे हैं। धमका रहे आतंकी संगठनआतंकी संगठन पुलिस व अन्य सुरक्षा एजेंसियों में तैनात स्थानीय युवाओं को धमका रहे हैं कि वे नौकरी छोड़ दें। अन्यथा अंजाम भुगतने को तैयार रहें। शुक्रवार मध्य रात्रि विशेष पुलिस अधिकारी को अगवा किया था लेकिन बाद में उसकी मां की अपील पर उसे आतंकियों ने छोड़ दिया था। इससे पूर्व आतंकियों ने 14 जून को सेना के जवान औरंगजेब को, छह जुलाई को पुलिस कांस्टेबल जावेद डार की हत्या कर दी।
डेढ़ महीने में पांचवीं वारदात
ईद के बाद लगभग डेढ़ महीने के अंदर आतंकियों द्वारा सैनिकों व पुलिसकर्मियों की अपहरण और हत्या की यह पांचवीं घटना है। इससे 21 जुलाई को आतंकियों ने पुलिस कांस्टेबल सलीम शाह की अपहरण कर हत्या कर दी थी। ईद पर घर आ रहे पुंछ निवासी सेना के जवान औरंगजेब की आतंकियों ने अपहरण के बाद 14 जून को हत्या कर दी थी
पांच जुलाई को दक्षिणी कश्मीर के शोपियां जिले में पुलिसकर्मी जावेद अहमद डार की भी अगवा करने के बाद हत्या कर दी गई थी। गत शुक्रवार की देर रात अपहृत पीएसओ को परिवारवालों की अपील पर 24 घंटे में शनिवार देर रात रिहा कर दिया था। शुक्रवार को आतंकियों ने दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल इलाके से एसपीओ मुदासिर अहमद लोन को अगवा कर लिया था।
परिवार वालों की अपील का वीडियो वायरल होने के बाद आतंकियों ने 24 घंटे के भीतर शनिवार की देर रात उसे रिहा कर दिया। साथ ही वीडियो वायरल कर आतंकियों ने धमकी दी कि यदि शुक्रवार तक सभी एसपीओ ने नौकरी नहीं छोड़ी तो उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा।