मध्य प्रदेश: ‘हाथी’ बनेगा ‘हाथ’ का साथी !
मध्य प्रदेश में चुनावी वर्ष में कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के साथ हाथ मिलाने जा रही है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियां मिलकर लड़ेंगी।कांग्रेस-बीएसपी के गठबंधन की संभावना को पुष्ट करते हुए एमपी कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने शनिवार को कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले बीएसपी के साथ गठबंधन बनाने की कोशिश की गई है। छिंदवाड़ा से सांसद और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा, ‘हमारा प्रयास समान विचारधारा वाली पार्टियों को एक साथ लाना है, जिससे बीजेपी को वोटों के बंटवारे का फायदा न मिल सके।’ जब उनसे यह पूछा गया कि बीएसपी चीफ मायावती के संपर्क में कौन था, तो उन्होंने सवाल को टाल दिया।
जीजीपी के साथ भी गठबंधन पर बात
इसके अलावा गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी) के साथ भी कांग्रेस की गठबंधन के लिए बात चल रही हैा जीजीपी का आदिवासी बहुल जिलों मांडला, डिंडोरी, जबलपुर और छिंदवाड़ा में अच्छा प्रभाव है। बता दें कि इस साल के आखिर में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। एमपी में लगातार तीन विधानसभा चुनावों (2003, 2008, 2013) में कांग्रेस को बीजेपी से हार मिली है।
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस और बीएसपी मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव साथ लड़ सकते हैं। फिलहाल इन राज्यों में बीजेपी की सरकार है। तीनों राज्यों में कांग्रेस बीएसपी को कुछ सीटें देने को सैद्धांतिक रूप से सहमत हो गई है। सूत्रों के अनुसार, पार्टी ने गठबंधन को अंतिम शक्ल देने की जिम्मेदारी मध्य प्रदेश में कमलनाथ, राजस्थान में अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ में पीएल पुनिया को दी है।
अब तक तीनों राज्यों में कांग्रेस और बीएसपी अलग-अलग लड़ती रही हैं। इन राज्यों में बीएसपी कुछ सीटों पर मजबूती से लड़ती रही है। 2013 के चुनाव के आंकड़ों को देखें तो बीएसपी को 6.43% वोटों के साथ 4 सीटें मिली थीं। अगर कांग्रेस को मिले वोट (36.38%) को इसमें जोड़ दें तो बीजेपी से महज दो फीसद का अंतर रह जाएगा।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2013 के आंकड़े
कुल सीट: 230
बीजेपी: 165 सीट
वोट शेयर: 44.88%
कांग्रेस: 58 सीट,
वोट शेयर: 36.38%
बीएसपी: 4 सीट,
वोट शेयर: 6.43%