जम्मू कश्मीर

शुभ कार्यों पर दो माह के लिए रोक, नहीं बजेंगे बैंड, बाजा, बारात

भैया दूज पर्व के साथ न केवल नवरात्र से शुरु हुए त्यौहारी सीजन पर विराम लगाया है बल्कि विवाह, मुंडन और गृह प्रवेश जैसे अन्य शुभ कार्यों पर भी दो माह के लिए बंद हो गए हैं। शनिवार से बृहस्‍स्‍पति अस्त होने की वजह से ऐसा हो रहा है। अब तकरीबन एक माह के बाद एक सप्ताह के लिए फिर से शुभ मुहुर्त होंगे।

शारदीय नवरात्र के साथ जो त्यौहारी सीजन शुरु हुआ था। उस सीजन का शुक्रवार को अंतिम पर्व भैया दूज संपन्न हो गया। साल 2018 में अब और कोई बड़ा हिंदू पर्व नहीं है। अगला वर्ष नये साल में पर्वों का सिलसिला लोहड़ी के साथ शुरु होगा और फिर मकर संक्रांति, बसंत पंचमी और बैसाखी तक चलेगा। एक और जहां लंबा चला त्यौहारी सीजन समाप्त हो गया है।

वहीं अब अगले करीब एक माह के लिए शुभ मुहूर्त न होने की वजह से विवाह, सगाई, मुंडन, गृह प्रवेश जैसे अन्य शुभ कार्य नहीं भी वर्जित हो गए हैं। ऐसा इस लिए क्योंकि 10 नवंबर शनिवार से बृहस्पति अस्त हो रहे हैं। जिसे तारा डूबना भी कहा जाता है। इस बारे में ज्योतिष वाचस्पति ने कहा कि ज्योतिष शास्त्रों में तारा डूबे होने के दौरान कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य करना निषेध है।

तारा डूबने के बाद विवाह, मुंडन सहित अन्य सभी शुभ कार्य वर्जित हो जाएंगे। इसके बाद सात दिसंबर को बृहस्तपति उदय होंगे। जिसके बाद 13 दिसंबर तक शुभ कार्यों के लिए मुहुर्त रहेंगे। इसके बाद 15 से फिर से तारा डूब जाएगा और शुभ कार्य वर्जित होंगे। जो जनवरी 2019 में मक्कर संक्रांति के साथ फिर से शुरु होंगे।

वहीं त्यौहारी सीजन में बाजार में ग्राहकों की भीड़ रहने से दुकानों भी खूब खरीददारी हुई। जिससे दुकानदारों का कारोबार बेहतर रहा था। मगर त्यौहारी सीजन खत्म होने तथा तारा डूबने का असर बाजार पर भी पड़ेगा। तारा डूबने की वजह से अगले महीने तक कारोबार भी मंदा रहने के आसार हैं। जिससे दुकानदारों की चिंताएं बढ़ने लगी है। 

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