जम्मू कश्मीर

नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ लोक आस्था का छठ पर्व

लोक मंगल का प्रतीक छठ पर्व नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ। लोक आस्था के इस महापर्व पर व्रती महिलाओं ने घरों के नजदीक के जलाशयों तवी, नहर में स्नान कर पूजा अर्चना की। खासकर जिन क्षेत्रों में बिहार, उत्तर प्रदेश के लोग रहते हैं, उन क्षेत्रों में छठ पर्व को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है। कई स्थानों पर छठ पर्व के दौरान प्रयोग में आने वाली सामग्री की विशेष दुकाने सजाई गई हैं।

दिन में लोगों ने पर्व की तैयारियों को लेकर खूब खरीददारी की। बिहार छठ पूजा समिति डिग्याना के आयोजक जेएम मिश्रा ने बताया कि कार्तिक मास की षष्ठी तिथि को मनाए जाने वाले व्रत की विशेष महत्ता है। नहाय खाय के साथ यह पर्व शुरू हो गया है ।जिन परिवारों में छठ व्रत रखा जाता है।

वहां बुधवार तक विभिन्न कार्यक्रम होंगे। सोमवार को रसियाव-रोटी के साथ व्रती खरना करेंगे। तदुपरांत मंगलवार को छठ घाटों पर पहुंचकर अस्तालचगामी सूर्य को अ‌र्घ्य देंगे। बुधवार की सुबह उदीयमान सूर्य को अ‌र्घ्य देने के साथ ही व्रत संपन्न हो जाएगा। मिश्रा ने कहा कि लोक आस्था के इस महापर्व में अ‌र्घ्य भाव से दिया जाता है। इसमें न तो किसी पुजारी की जरूरत होती है और न ही वैदिक मंत्रोच्चार की।

इन दिनों त्योहार को लेकर बाजारों में खासी रौनक है। खासकर पूजा में प्रयोग किए जाने वाले फल और मिट्टी के बर्तनों की दुकानों पर रविवार को भी काफी रश रहा। व्रत रखने वाले परिवारों में कपडे़ खरीदने की भी प्रथा है। जिसके चलते कपड़ों की दुकानों पर भी दिन भर काफी खरीददार रहे। छठ पूजा को देखते हुए बहुत से लोग अपने घरों को गए हुए हैं।

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