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दिल्ली के शाहीन बाग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनावई आज

नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में दिल्ली के शाहीन बाग में जारी प्रदर्शन के मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। शाहीनबाग में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन का आज 74वां दिन है वजाहत हबीबुल्ला के बाद सोमवार को कोर्ट से नियुक्त बाकी दो वार्ताकारों संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन ने भी अपनी रिपोर्ट सीलबंद लिफाफे में कोर्ट को सौंप दी है। वार्ताकारों की रिपोर्ट पर गौर करने के बाद कोर्ट आज कोई आदेश जारी कर सकता है। आपको बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ शाहीन बाग में 15 दिसंबर से ही प्रदर्शन हो रहा है। धरना-प्रदर्शन से रोड जाम के मामले को लेकर कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी। जिस पर प्रदर्शनकारियों से बातचीत के लिए कोर्ट से 3 वार्ताकार नियुक्त किये गये थे।

आपको बता दें कि शाहीन बाग का रास्ता खाली कराने के लिए दायर याचिका पर सुनवाई के दौरान कोर्ट ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत के लिए तीन वार्ताकारों को नियुक्त किया था। इनमें से दो संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन ने चार दिन तक प्रदर्शनकारियों को रास्ता खाली करने के लिए मनाया, लेकिन बातचीत हर बार बेनतीजा रही। यहां तक कि एक तरफ का रास्ता खाली करने का प्रस्ताव भी प्रदर्शनकारियों ने कोर्ट व पुलिस से सुरक्षा का लिखित आश्वासन मांगकर टाल दिया। इसके बाद वार्ताकारों ने अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है।

उम्मीद है कि सोमवार को सुनवाई के दौरान रास्ता खाली करने को लेकर फैसला आ सकता है। गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ पिछले साल 15 दिसंबर से चल रहे विरोध प्रदर्शन की वजह से कालिन्दी कुंज-शाहीनबाग का रास्ता और ओखला अंडरपास पर प्रतिबंध लगा हुआ है। इस मामले में भाजपा के पूर्व विधायक नंद किशोर गर्ग ने भी अलग से शीर्ष अदालत में याचिका दायर कर शाहीन बाग से इन प्रदर्शनकारियों को हटाने का निर्देश प्राधिकारियों को देने का अनुरोध किया है

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