लॉकडाउन पर अखिलेश बोले भूख का आइसोलेशन नहीं हो सकता
कोरोनावायरस संक्रमण को लेकर देश में सियासत भी अपने चरम पर है. इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने ट्विटर हैंडल पर ट्वीट के जरिये सरकार पर हमला बोला है. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सरकार पर पूरे मामले में राजनीति करने का आरोप लगाया है. अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा है की कोरोना का ‘राजनीतिकरण’ दुर्भाग्यपूर्ण है. इससे मूल मुद्दों से ध्यान हटता है और सरकार से पूछे जानेवाले सही क्वारैंटाइन, स्क्रीनिंग, संक्रमण की जांच, इलाज तथा दूध-दवाई, सब्ज़ी-खाद्यान्न की आपूर्ति जैसे उचित प्रश्न पीछे छूट जाते हैं. सरकार याद रखे ‘भूख’ का आइसोलेशन नहीं हो सकता.
इससे पहले अखिलेश ने गुरुवार को लखनऊ एक बयान में कहा कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के कारण दो हफ्तो में पांच करोड़ लोगों के बेरोजगार हो जाने की खबर बेहद चिंताजनक है. उन्होंने कहा की सरकार इन आंकड़ों की समीक्षा कर बेरोजगारी से प्रभावित परिवारों की मदद की कार्य योजना तैयार करे वरना भुखमरी से हालात भयावह हो सकते हैं. ऐसी व्यवस्था की जाए कि सबको रोटी, दवा एवं लॉकडाउन के बाद रोजगार मिले. बेरोजगार नौजवानों को एक या दो हजार रुपये की मासिक मदद नाकाफी है.
उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 21 नए मामले सामने आए हैं. इससे संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 431 हो गए हैं. कुल संख्या में से 32 संक्रमित लोग ठीक हो गए हैं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, जबकि चार संक्रमितों की मृत्यु हो चुकी है. वहीं, 8671 लोगों को क्वारंटाइन कर दिया गया है और 459 अन्य लोगों को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया हैं. राज्य के स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.