Main Slideउत्तर प्रदेशप्रदेश
लखनऊ विवि बवाल में आंदोलनकारी छात्रा के समर्थन में आए अखिलेश, कहा- अन्याय हुआ
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव बृहस्पतिवार को लविवि की आंदोलनकारी छात्रा पूजा शुक्ला के पक्ष में खड़े हो गए। उन्होंने कहा, पूजा के साथ अन्याय हुआ है। उसे प्रवेश देने के लिए मनमाने तरीके से रोका गया। इसके विरोध में शांतिपूर्ण धरने पर बैठी तो उत्पीड़न किया गया।
अखिलेश ने बयान में कहा, किसी बेटी को पढ़ने के लिए अनशन करना पड़े यह सभ्य समाज के लिए शर्मनाक है। विश्वविद्यालय और शासन-प्रशासन भाजपा व आरएसएस के इशारे पर समाजवादी छात्रसभा को बदनाम करने की कुचेष्टा कर रहा है। यह युवा पीढ़ी के भविष्य को अंधेरे में धकेलने का दुष्प्रयास है। शिक्षा संस्थान में ऐसा आचरण अवांछनीय है।
कहा कि भाजपा सरकार बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ के नाम पर भ्रम फैला रही है। असलियत यह है कि भाजपा शासन में बेटियों-महिलाओं पर अत्याचार और हिंसा में वृद्धि हो रही है। भाजपा प्रदेश में विश्वविद्यालयों को राजनीति का अखाड़ा बना रही है।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय, एएमयू, बीएचयू और लविवि में छात्र-छात्राओं के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन हो रहा है। कैंपस में शैक्षणिक गतिविधियों की जगह भाजपा-आरएसएस प्रशासन का दुरुपयोग कर रहे हैं। फीस वृद्धि, प्रवेश समस्या और छात्रहित के मुद्दों पर आंदोलन करने पर नौजवानों को जेल भेजना और उन्हें शिक्षा से वंचित करने का दुष्चक्र चल रहा है। सरकार का छात्रों के प्रति यह बर्ताव अलोकतांत्रिक है।
असहमति की आवाज को दबाया जा रहा
अखिलेश ने कहा, भाजपा शासन में असहमति की आवाज को दबाया जा रहा है। आरएसएस और विद्यार्थी परिषद युवा पीढ़ी को गुमराह कर रहे हैं। भाजपा जनता को मूल मुद्दों से भटकाती है, लेकिन वह सच्चाई जानती है। भाजपा-संघ का पूरा एजेंडा ही लोकतांत्रिक ताकतों को कमजोर करना और विपक्ष की छवि धूमिल करने के लिए अफवाहबाजी और झूठ का प्रचार करना है। सपा हिंसा और अराजकता की विरोधी है।