बागियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू, महबूबा ने रेशी का हटाया
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्षा महबूबा मुफ्ती ने संगठन में बगावत काे कुचलने के लिए बागियों से सुलह के प्रयास नाकाम होने के बाद उनके पर कुतरना शुरु कर दिए हैं। उन्होंने वीरवार को एमएलसी यासिर रेशी को पार्टी की बांडीपोर जिला इकाई केअध्यक्ष पद से हटा दिया। उनके स्थान पर बारामुला के पीडीपी प्रभारी इरशाद रसूल कार को अगले आदेश तक बांडीपोर की जिम्मेदारी संभालने को कहा है।
गौरतलब है कि पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार के गिरने के बाद से पीडीपी में महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। मौलाना इमरान रजा अंसारी, मौलाना आबिद अंसारी, अब्दुल मजीद पडर, जावेद हुसैन बेग,अब्दुल हक खान और अब्बास वानी समेत छह विधायकों के अलावा एमएलसी यासिर रेशी ने पार्टी की नीतियों को निशाना बनाते हुए संगठन से अलग होने के संकेत देते हुए दावा किया है कि राज्य के लोगों को खानदानी सियासत का विकल्प देने के लिए पीडीपी के 14 से ज्यादा विधायक किसी भी समय तीसरा मोर्चा बना सकते हैं।। इससे पीडीपी में जबरदस्त हलचल हुई है।
महबूबा मुफ्ती ने शुरु में बागियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की बल्कि दिल्ली से लौटने के बाद उनके साथ संपर्क कर, उनकी बगावत के कारणों को जानने व उन्हें मनाने की कवायद शुरु की। अब्दुल मजीद पडर, अब्दुल हक खान के अलावा राज्यसभा के दोनो सांसदों फैयाज अहमद व नजीर अहमद लावे को मनाने में कामयाब रही। लेकिन इमरान रजा अंसारी, आबिद अंसारी, अब्बास वानी और यासिर रेशी ने महबूबा द्वारा मुलाकात के लिए बार बार बुलाने पर कोई सकारात्मक जवाब नहीं दिया।
पीडीपी की कोर समूह की गत मंगलवार की रात को हुई बैठक में मौजूद सदस्यों ने भी महबूबा मुफ्ती को बागियों को मनाने और न मानने वालों के खिलाफ अनुशासनात्मक कठोर कार्रवाई करने को कहा था।
महबूबा मुफ्ती ने आज बागियों के खिलाफ कठोर कदम उठाने की शुरुआत करते हुए सबसे पहले एमएलसी यासिर रेशी को जिला बांडीपोर पार्टी प्रधान के पद से हटाया है। पार्टी प्रवक्ता रफी अहमद मीर ने यासिर रेशी को हटाए जाने की पुष्टि करते हुए बताया कि बारामुला जिला पीडीपी प्रभारी इरशाद रसूल कार को अगले आदेश तक बांडीपोर का भी कार्यभार संभालने को कहा गया है।
उन्होंने रेशी को हटाए जाने के कारणों का खुलासा नहीं किया है,लेकिन यह जरुर कहा कि संगठन में अनुशासन बनाए रखने और संगठनात्मक बदलाव की प्रक्रिया के तहत ही यह कदम उठाया गया है।
फिलहाल, महबूबा मुफ्ती ने यासिर रेशी की विधानपरिषद की सदस्यता समाप्त करने के लिए विधापरिषद के अध्यक्ष को पत्र नहीं लिखा है। लेकिन दावा किया जा रहा है कि वह यासिर रेशी को मनाने का एक बार फिर प्रयाास करेंगी और उसके बाद ही इस दिशा में अगला कदम उठाएंगी।