उत्तर प्रदेशप्रदेश

योगी सवा साल में यूपी के सभी जिलों का दौरा करने वाले पहले मुख्यमंत्री

योगी राज में एक और रिकार्ड टूट गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करीब सवा साल में सभी जिलों का दौरा करने वाले प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बन गये। नोएडा जहां सत्ता गंवाने के मिथक के नाते पहले के मुख्यमंत्री नहीं जाते थे वहां वह तीन बार गये। निजी और सरकारी कार्यक्रमों के सिलसिले उनका अपने गृह जिला गोरखपुर में सर्वाधिक आना-जाना हुआ।

गोरखपुर से शुरू और हाथरस में समापन

19 मार्च 2017 को सत्ता संभालने के बाद शुरुआत उन्होंने  गोरखपुर से ही की। समापन 22 जुलाई 2018 को हाथरस में किया। गोरखपुर की तमाम यात्राएं निजी थीं। लिहाजा सरकारी यात्राओं उनका जिक्र नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संससदीय क्षेत्र वाराणसी और अगले साल होने वाले कुंभ के नाते इलाहाबाद भी उनके लिए खास रहा। राम मंदिर के नाते उनकी अयोध्या की यात्राएं सर्वाधिक सुर्खियों में रहीं। हालांकि अयोध्या से अधिक वह इलाहाबाद और मथुरा गये।

अयोध्या में दीपोत्सव मना तो मथुरा में रंगोत्सव 

श्री राम मंदिर के नाते सुर्खियों में भले ही उनकी अयोध्या की यात्राएं और दीपावली के एक दिन पहले वहां आयोजित दीपोत्सव रहा हो, पर योगी श्रीकृष्ण की जन्म भूमि मथुरा सर्वाधिक पांच बार गये। विश्व प्रसिद्ध बरसाना के ‘रंगोत्सव’ और लोहवन के ‘फाल्गुनोत्सव’ वे रंगों से भीगे भी।

कुंभ की तैयारियों पर रही खास नजर

आम चुनाव के ठीक पहले इलाहाबाद में कुंभ का आयोजन है। सरकार देश-दुनिया में इसकी ब्रांडिंग के साथ इसकी बेहतर व्यवस्था के जरिये मतदाताओं को भी संदेश देना चाहती है। लिहाजा मथुरा के बाद इलाहाबाद ही दूसरा जिला था जहां मुख्यमंत्री पांच बार गये। हर यात्रा में फोकस पर कुंभ की ही व्यवस्था रही। 

नाव से बाढ़ ग्रस्त जिलों का दौरा कर लूटी वाहवाही

अगस्त-2017 में बाढ़ के दौरान उन्होंने बलिया, महराजगंज, बहराइच, श्रावस्ती, बाराबंकी, पीलीभीत, सिद्धार्थनगर और सीतापुर का न केवल दौरा किया, बल्कि नाव से घंटों की यात्रा कर प्रभावित इलाकों में गये। पीडि़तों से बात की। उनको बंटने वाली राहत  सामग्री पर कड़ी नजर रखी। पीडि़तों को इससे पहले इतनी जल्दी और पारदर्शी तरीके से राहत सामग्री शायद ही कभी मिली हो। बाढ़ के दौरान यात्राओं की भी खूब चर्चा रही। 

अस्पताल, स्कूल और क्रय केंद्रों पर भी गये मुख्यमंत्री

इन यात्राओं में जब भी समय मिला योगी ने जनता की बुनियादी जरूरतों की स्थित जानने का प्रयास जरूर किया। सीजन में वह गेहूं, गन्ना और धान के क्रय केंद्रों पर गये तो अस्पतालों और स्कूलों की सुधि ली। समीक्षा में केंद्र प्रायोजित बड़ी योजनाओं प्रगति जानी तो सभाओं में  इनका जिक्र कर लोगों से इनका लाभ लेने की भी अपील की। हर जिले के दौरे में उन्होंने कानून-व्यवस्था और विकास कार्यों की समीक्षा कर अधिकारियों को सरकार की मंशा से अवगत कराया। सलाह दी, पुचकारा, फटकारा और जरूरत के अनुसार कार्रवाई भी की। साथ ही लोगों को विकास योजनाओं की सौगात भी दी। 

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