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राजस्थान के झालावाड़ जिले में कोरोना मामलों की संख्या में हुआ इजाफा

राजस्थान के झालावाड़ जिले में कोरोना संक्रमण लगातार बेलगाम होता जा रहा है. कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर में देर शाम आई रिपोर्ट में 249 नए पॉजिटिव केस मिले हैं.

सर्वाधिक 114 पॉजिटिव केस झालावाड़ से मिले हैं. जिले में अब कुल एक्टिव संक्रमित रोगियों की संख्या भी 893 हो गई है. देर शाम कुल 958 सैंपल की जांच की गई थी, जिसमें 249 पॉजिटिव केस आए हैं. ऐसे में आंकड़े बता रहे हैं कि संक्रमण की दर तकरीबन 26% दर्ज हुई है.

मामले की जानकारी देते हुए झालावाड़ सीएमएचओ डॉ साजिद खान ने बताया कि झालावाड़ मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबायोलॉजी लैबोरेट्री में सोमवार को 958 सैंपल की जांच की गई थी, जिसमें 249 सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.

झालावाड़ 114, झालरापाटन 36, पचपहाड़ 10, अकलेरा 23, खानपुर 21 और अन्य कस्बों से 45 पॉजिटिव रोगी मिले हैं. जिला अस्पताल में मेडिकल कॉलेज के भी आधा दर्जन रेजिडेंट और उनके परिजनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.

झालावाड़ जिले में कुल एक्टिव संक्रमितो की संख्या बढ़कर 893 हो गई है. उधर झालावाड़ जिले में पॉजिटिविटी रेट 26% के आसपास दर्ज हुई, जो संक्रमण रफ्तार को लेकर एक बड़ा आंकड़ा दर्शा रही हैं.

हालांकि बीते 24 घंटे में 178 संक्रमित रोगी रिकवरी हुए हैं. तीसरी लहर में अभी तक कुल 9 लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत होने की पुष्टि हो चुकी है.

झालावाड़ शहर इन दिनों सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बना हुआ है, जहां प्रतिदिन रिकार्ड संख्या में कोरोना पॉजिटिव मिल रहे हैं. तो वही झालरापाटन में भी लगातार संक्रमितो का आंकड़ा बढ़ रहा है.

इसके बावजूद झालावाड़ शहर में कोरोना गाइडलाइन पालना में नागरिक और दुकानदार लगातार लापरवाही बरतते नजर आ रहे हैं. उधर विवाह समारोह में भी गाइडलाइन की जमकर धज्जियां उड़ती नजर आ रही, जो संभावित खतरे को न्योता देने जैसी लग रही हैं.

हालांकि जिला कलेक्टर भारती दीक्षित खुद को भी प्रबंधन को लेकर एक्शन में नजर आ रही और निरीक्षण कर चिकित्सा व्यवस्थाओं का निरन्तर जायजा ले रही हैं. जिला कलेक्टर ने नागरिकों से कोरोना गाइडलाइन पालना की अपील की है.

कोरोना की तीसरी लहर में झालावाड़ जिले में संक्रमण रफ्तार में तो खाफी तेजी दिखी, लेकिन राहत की बात यह है कि ओमीक्रोन पीड़ित मरीजों को हॉस्पिटलाइज होने की नौबत नहीं आ रही.

जिला कोविड अस्पताल में एक दर्जन से भी कम सिर्फ वही लोग भर्ती हैं, जो अधिक आयु वर्ग के हैं और अन्य बीमारियों से भी ग्रसित हैं. शेष संक्रमित अपने घर पर ही चिकित्सक के परामर्श से उपचार लेकर जल्द रिकवर हो रहे हैं.

हालांकि अधिक आयु वर्ग और फ्रंटलाइन वर्कर्स को बूस्टर डोज लगवाने की निरंतर अपील की जा रही है ,जिससे संक्रमित होने पर भी जल्द ही रिकवर हो जाए.

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