अब दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने के मुद्दे पर 2019 लोकसभा चुनाव लड़ेगी आप!
2019 लोकसभा चुनाव से पहले एक बार फिर आम आदमी पार्टी दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने के मुद्दे को भुनाने में लग गई है। माना जा रहा है कि ‘आप’ इस मुद्दे का सथ अगला लोकसभा चुनाव लड़ सकती है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज (रविवार) अपने मंत्रियों, विधायकों और प्रमुख कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई है। इसी बैठक में केजरीवाल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति का ऐलान कर सकते हैं। दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने के मुद्दे को ‘आप’ अपने लिए फायदेमंद मान रही है। कहा जा रहा है कि इस मुद्दे पर बुलाया गया दिल्ली विधानसभा का सत्र भी इसी रणनीति का हिस्सा है।
शीला दीक्षित ने उठाए सवाल
हालांकि इस मुद्दे पर दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता शीला दीक्षित ने दिल्ली सरकार को निशाने पर लिया है। शीला दीक्षित ने कहा, ‘दिल्ली एक केंद्र शासित प्रदेश है जिसे आंशिक रूप से केंद्र द्वारा शासित किया जाता है। मेरे 15 साल के कार्यकाल में कभी केंद्र या उपराज्यपाल के साथ कभी विवाद नहीं हुआ।’ वहीं, ‘आप’ की आरोपों की राजनीति पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि जनता को गवर्नेंस चाहिए न कि शिकायतें।
पूर्ण राज्य की मांग पर माकन का हमला
वहीं, दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन ने ‘आप’ के दिल्ली को पूर्ण राज्य के दर्जे की मांग पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा, ‘क्या केजरीवाल सरकार चाहती है कि दिल्ली देश की राजधानी नहीं रहे? दिल्ली को देश की राजधानी होने के नाते बहुत सारी सहूलियतें मिलती हैं, वे पूर्ण राज्य बनने के बाद नहीं मिलेंगी।’
पूर्ण राज्य के मुद्दे को भुनाने में जुटी आप
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग को भुनाने में जुटी है। आप इस मुद्दों को लेकर 2019 चुनाव लड़ने की रणनीति तैयार कर रही है। वे पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने के मसले पर विरोधियों को घेरने की प्लानिंग में है। दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर घोषणा की कि पार्टी इस मसले को लेकर घर-घर जाएगी। इस मुद्दों को लेकर आप ने भाजपा और कांग्रेस को अपनी स्थिति स्पष्ट्र करने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि आप दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने के लिए लड़ाई लड़ेगी, क्योंकि इससे यहां विकास की रफ्तार 10 गुना बढ़ेगी।