महबूबा मुफ्ती ने बुलाई बैठक, सिर्फ सेंट्रल कश्मीर के नेता, कार्यकर्ता ही थे आमंत्रित
बागियों द्वारा जल्द ही समान विचारधारा वाले दलों और विधायकों के साथ मिलकर नई सरकार बनाने का दावा किए जाने के बीच पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने रविवार को पार्टी नेताओं की बैठक बुलाई। बैठक में सिर्फ सेंट्रल कश्मीर के नेताओं और कार्यकर्ताओं को बुलाया गया था।
महबूबा मुफ्ती के गुपकार रोड स्थित सरकारी निवास पर हुई बैठक में पार्टी में चल रही हलचल से लेकर संगठन को मजबूत बनाने के उपायों पर मंथन किया गया। इसमें श्रीनगर, बडगाम और जिला गांदरबल के सभी वरिष्ठ नेता और विधायक शामिल हुए लेकिन एमएलसी सैफुदीन बट, जोकि बडगाम से संबध रखे हैं, बैठक में शामिल नहीं हुए।
वह बागी खेमे के साथ हैं।बैठक में भाग लेने वाले एक विधायक ने अपना नाम न छापे जाने की शर्त पर बताया कि कई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार के समय अपनी उपेक्षा का जिक्र करते हुए कहा कि इससे आम कैडर नाराज है। उन्होंने पार्टी के कुछ विधायकों द्वारा बगावत किए जाने के मुद्दे को भी उठाया।
महबूबा मुफ्ती ने बैठक में मौजूद सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं की बात सुनी। उन्होंने संगठन को फिर से मजबूत बनाने, जनता में पहुंच मजबूत बनाने के लिए सभी से उनके सुझाव भी सुने। उन्होंने कहा कि लोगों के बीच जाएं और उन्हें पीडीपी के शासनकाल की उपलब्धियों से अवगत कराएं।
पीडीपी के प्रवक्ता रफी अहमद मीर ने बैठक की पुष्टि करते बताया कि इसमें सिर्फ संगठनात्मक मुद्दों पर विचार-विमर्श के बीच सेंट्रल कश्मीर में पार्टी का जनाधार बढ़ाने पर चर्चा हुईै। इसमें सभी को एकजुट रहकर चलने को कहा गया है।
पार्टी प्रमुख तय करेंगी बागियों के खिलाफ क्या होगी कार्रवाई बागी विधायकों के बारे में पूछे जाने पर रफी अहमद मीर ने कहा कि उनके खिलाफ क्या कार्रवाई होगी और कब होगी, यह पार्टी प्रमुख को ही तय करना है।
पार्टी कार्यकारिणी और कोर समिति ने उन्हें इस संदर्भ में पूरा अधिकार दिया है। पीडीपी के हालात उतने खराब नहीं हैं जितने मीडिया में बताए जा रहे हैं।रफी मीर ने कहा कि कुछ दिनो में उत्तरी और दक्षिण कश्मीर के पार्टी नेताओं की बैठक बलाई जाएगी।