उत्तराखंडप्रदेश

हाथी से अब शहजाद करेंगे दो-दो हाथ, जल्द ही बनाएंगे अपना सामाजिक संगठन

पूर्व विधायक व हाल ही में बसपा से निष्कासित किए गए मोहम्मद शहजाद आगामी लोकसभा चुनावों में बसपा से दो-दो हाथ करते नजर आएंगे। उन्होंने साफ किया है कि यदि महागठबंधन में हरिद्वार की सीट बसपा के खाते मे आती है तो फिर वे बसपा प्रत्याशी के खिलाफ ताल ठोकेंगे। उन्होंने कहा कि अब वे बसपा में दोबारा नहीं जाएंगे, बल्कि अपना अलग सामाजिक संगठन बनाएंगे।

इस संगठन की अधारशिला अगस्त अथवा सितंबर में रखी जाएगी। भाजपा विधायक संजय गुप्ता द्वारा मुख्यमंत्री और अन्य नेताओं के उनके बेटे की शादी में आने पर दिए गए बयान पर कहा कि यह संजय गुप्ता नहीं, किसी और का बयान है। उन्होंने भाजपा व कांग्रेस में जाने की फिलहाल किसी संभावना से इन्कार किया। पूर्व बसपा विधायक मोहम्मद शहजाद ने बुधवार को उत्तराचंल प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उन्हें तीसरी बार बसपा से निकाला गया है।

जब कुछ समय पूर्व उनकी बसपा में ज्वाइनिंग हुई थी, तब उन्होंने बसपा सुप्रीमो मायावती से साफ कहा था कि वे भले ही उन्हें टिकट न दें लेकिन सुनी सुनाई बातों पर उन्हें पार्टी से निकाल कर अपमान न करें। इस पर बसपा सुप्रीमो ने उन्हें आश्वासन दिया था कि अगर कोई इस तरह की बात होगी तो आमने सामने बैठकर उसका हल निकाला जाएगा। इस बार उन्हें एक षड्यंत्र के तहत निकाला गया। उन्होंने कहा कि नौ जुलाई को बसपा प्रभारी राजअचल राजभर के हरिद्वार आने के साथ ही इसकी बुनियाद रखी गई थी।

इसमें कई भूमाफिया व खनन माफिया शामिल थे। उन्होंने ही उन्हें पार्टी से बाहर निकालने के लिए सारा ताना बाना बुना। उन्होंने कहा कि अभी तक वह बसपा में इसलिए थे क्योंकि बसपा, कांग्रेस व भाजपा के बाद प्रदेश में तीसरा सबसे मजबूत विकल्प था। अब वह जल्द ही अपना सामाजिक संगठन खड़ा करेंगे। बसपा ने जिन्हें उजाड़ने का काम किया, उन सबको जोड़ा जाएगा। बसपा का विरोध केवल उत्तराखंड ही नहीं, सहारनपुर, बिजनौर व मुजफ्फरनगर आदि क्षेत्रों में भी किया जाएगा। 

मुख्यमंत्री सरल स्वभाव के व्यक्ति 

पूर्व बसपा विधायक शहजाद ने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सरल स्वभाव के व्यक्ति हैं। दस साल वह उनके साथ विधायक रहे हैं। मेरे बुलावे पर वह मेरे बेटे की शादी में आए। मुख्यमंत्री के साथ ही हरिद्वार जिले से सरोकार रखने वाली हर पार्टी के लोग उनके बेटे के विवाह समारोह में आए थे। संजय गुप्ता की पीड़ा मुख्यमंत्री के आने की नहीं, किसी और की है। उन्होंने किसी और का लिखा बयान किय, ऐसी भाषा संजय गुप्ता की नहीं है। 

कभी नहीं दिया ऐसा बयान 

हर की पैड़ी पर नमाज पढ़वाने संबंधी बयान के आरोप पर उन्होंने कहा कि वह ऐसे बयान की निंदा करते हैं। उन्होंने ऐसा बयान कभी नहीं दिया। इसके लिए वह संजय गुप्ता की भी निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि वह क्या, अगर देश के सभी सांसद भी चाहें तो हर की पैड़ी में जबरन नमाज नहीं पढ़वा सकते। यह एक परंपरा चली आ रही है यह एक ¨हदू धर्मस्थल है। वह हर की पैड़ी और मां गंगा दोनों का बहुत सम्मान करते हैं। दोनों को बीच में खींचने, मामले को सांप्रदायिक रंग देने की वह घोर निंदा करते हैं। 

निशाने पर एक कारोबारी 

मोहम्मद शहजाद ने अपनी बात कहते हुए एक कारोबारी को भी निशाने पर रखा। उन्होंने कहा कि इस व्यक्ति का हर सरकार में दखल है और अभी भी प्रदेश में खनन का बड़ा कारोबार है। उन्होंने कहा कि इसी व्यक्ति ने उनके निष्कासन से पहले प्रदेश प्रभारी के साथ रात भर चर्चा की।

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